

नई दिल्ली (भारत). फरीदाबाद में 37वें संस्करण का अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का आयोजन आज से शुरू हो जाएगा। इस मेले में दुनिया की अभूतपूर्व भागीदारी देखने को मिलेगी। दोपहर को 3 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस मेले का उद्घाटन करेंगे। इस मेले को लेकर सभी लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। पर्यटन विभाग की ओर से दिव्यांग वरिष्ठ नागरिक और सेवारत रक्षा कर्मी और पूर्व सैनिकों की टिकट पर 50% की छूट दे दी जाएगी। गुरुवार को हरियाणा सरकार के पर्यटन विभाग प्रधान सचिव मो सिंह ने इस बात की जानकारी शेयर की।
सूरजकुंड का 37 वां मेला 2 फरवरी से लेकर 18 तक
सूरजकुंड का 37 वां अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्पी मेला 2 फरवरी से लेकर 18 फरवरी तक होने वाला है। इस मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्य रूप से प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, विरासत और पर्यटन मंत्री कंवरपाल बिजली और भारी उद्योग मंत्री कृष्ण पाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा रेखा और प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग के अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। एमडी सिन्हा ने यह बताया कि हस्तशिल्प और भारतीय संस्कृति की विविधता को प्रदर्शित करने के लिए इस मेले को पहली बार 1987 में आयोजित किया गया था।
इस बार मेले में यह देश करेंगे भागीदारी
बोत्स्वाना, कोमोरोस,इस्यतिनी,इथियोपिया,घाना,गिनी बिसाऊ,प्रिंसिपी,सेनेगल,सेशल्स, केन्या, मेडागास्कर, मालवी, माली, मोजांबिक, नामीबिया, नाइजीरिया, टोगो, युगांडा, अल्जीरिया, आर्मेनिया, बांग्लादेश, बेलारूस, कांगो, डोमिनिकन, जिंबॉब्वे, मिस्र, इस्टोनिया, आयरलैंड, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, लेबनान, मॉरीशस, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, रूस, सीरिया, थाईलैंड, ट्यूनीशिया, तुर्की, यूनाइटेड, किंगडम, उज़्बेकिस्तान, भूटान, कैमरून और जॉर्डन सहित 50 देश इसमें भाग ले रहे हैं। संयुक्त गणराज्य तंजानिया भी साझेदारी राष्ट्र के रूप में भाग ले रहा है।
मेले में गुजरात राज्य की थीम स्टेट और संस्कृति
इस मेले में विभिन्न कला रूपों और हस्तशिल्प के माध्यम से अनोखी संस्कृति और समृद्ध विरासत का प्रदर्शन होगा। आने वाले पर्यटकों को गुजरात की विरासत और संस्कृति को देखने का मौका मिलेगा। गुजरात के सैकड़ो कलाकार विभिन्न प्रकार की लोक कलाओं और नृत्यों प्रस्तुत करेंगे। अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के कलाकार और प्रदर्शन कला का आयोजन करेंगे। आने वाले पर्यटकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शाम को मुख्य चौपाल पर आयोजित किया जाएगा। पंजाब से भांगड़ा, असम से बिहू, बरसाना की होली, हरियाणा से लोक नृत्य, हिमाचल प्रदेश से जमकड़ा, हाथ की चक्की का लाइव प्रदर्शन का पर्यटक आनंद उठाएंगे।
व्यवस्थाएं की गई
सिल्वर जुबली गेट के पास में ही कोरी भूमि पर दो से तीन एकड़ की अतिरिक्त जमीन पर पार्किंग बना दी गई है। फायर ब्रिगेड टीम और मेडिकल टीम में पूरे मेले में किसी भी आपात स्थिति को कंट्रोल करने के लिए उपस्थित रहेगी। मेले में चिकित्सा व्यवस्था, बैंक व्यवस्था, मेला पुलिस नियंत्रण कक्ष और सीसीटीवी नियंत्रण कच्छ का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा जितनी भी जरूरी आवश्यक सुविधा चाहिए वह सभी तैयार की गई हैं।
