उत्तर प्रदेश

शिवपाल यादव ने कहा ‘कारसेवकों पर गोली चलाने का फैसला उस समय सही था, हमने संविधान बचाया

शिवपाल द्वारा किया गया एक बयान सपा की एक खास रणनीति का हिस्सा है। यह बयान भाजपा को बोलने का एक और मौका देगा।

लखनऊ (उत्तर प्रदेश). सपा पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने जो एक बयान दिया है वह कारसेवकों पर गोली चलाने के सरकार के फैसले की वकालत पर माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह एक खास रणनीति का हिस्सा है। समाजवादी पार्टी ने जो वोट बैंक हासिल किया है वह उसे घटना के बाद का परिणाम है। अब इसको बिखराव ना करने का उद्देश्य माना जा रहा है। इसलिए सपा के कुछ नेताओं के बयान के अनुसार, इस मौके पर चुप रहना ही बेहतर है।

कार सेवकों पर चली थी गोलियां

सपा नेता शिवपाल यादव ने इटावा में बताया कि संविधान की रक्षा के लिए कार्य सेवकों पर गोली चलवाई गई है। कोर्ट के आदेश का पालन किया गया है। सपा सरकार में कर सेवकों पर गोलियां चलीं थी। तब कोर्ट ने कहा था की स्थिति जैसी है वैसी ही रखी जाए। कर सेवकों ने जाकर वहां मस्जिद तोड़ी भाजपा हमेशा झूठ बोलकर राजनीति करती है।

पुराने स्टैंड से पीछे नहीं हटी

सपा में एक और भी मसौदा है जो यह मानता है कि पूरे देश मेरा मंदिर को लेकर बहुसंख्यक आबादी में बहुत बड़ा उत्साह है। लेकिन पुराने मुद्दों पर राजनीतिक दृष्टि से बयान देना उचित नहीं है। सपा अल्पसंख्यकों को यह संदेश देना चाहती है कि राजनीतिक माहौल में पुराने स्टैंड से पीछे नहीं हटी है।

सरकार ने भी अपना निभाया है कर्तव्य

सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कार सेवकों पर 1990 में हुई फायरिंग की घटना को जायज बताया था। तत्कालीन सरकार ने भी अपना कर्तव्य निभाया था। इस तरह के बयानों से बीजेपी को भी सपा पर हमला करने का मौका मिल गया है।

 

 

Back to top button