अयोध्या : 18 घंटे तक आई भक्तों की भीड़, रामलला ने बराबर दिए दर्शन
राजभोग और आरती के लिए बीच में रुके दर्शन, भक्तों को प्रसाद में मिला इलायची का दाना, अब हर भक्त दर्शन करके आसानी से आ जा रहा है।
अयोध्या (उत्तर प्रदेश). राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद भक्तों की भीड़ दर्शन के लिए जारी ही रही है। नए मंदिर में रामलला के विराजमान होने के पश्चात लाखों की संख्या में भक्ति दर्शन के लिए आ रहे हैं। भक्तों की भीड़ कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। बालक राम 18 घंटे तक भक्तों को दर्शन बराबर देते रहें सुबह 4:00 बजे ही अपनी निद्रा से जाकर रात के 10:00 बजे तक दर्शन देते रहें। अच्छी तरह से की गई सुरक्षा व्यवस्था के द्वारा भक्तों को इंतजार नहीं करना पड़ा वह आते रहे और दर्शन करके जाते रहें।
18 घंटे तक रामलला ने लगातार दिया दर्शन
बुधवार के दिन देश विदेश से श्रद्धालु रामलाल के दर्शन के लिए आते रहे रामलला ने भी उनके लिए कसर छोड़ी नहीं, वह बराबर 18 घंटे तक लगातार दर्शन देते रहें। 18 घंटे तक बराबर लगातार दर्शन देने की सुखद अनुभूति से भक्तजनों के हृदय में उत्साह जागृत हुआ। सुना हुआ जैसे ही अंदर सजा के उसके पश्चात उनका सुबह का पूरा कार्यक्रम हुआ और 6:30 बजे के बाद से भक्तजन दर्शन करने लगे। उनके जय घोष के नारे लगाने लगे। 12:00 बजे तक लगातार लाइन बाई लाइन भक्त दर्शन करते रहें।
बीच-बीच में राजभोग और आरती के लिए रुके दर्शन
दोपहर के समय में 12:00 बजे के बाद 20 मिनट के लिए ही भक्तों को उनके राशन करने के लिए इंतजार करना पड़ा क्योंकि राजभोग और आरती की गई। जब ऐसा हुआ तब भक्तों को रोक नहीं गया वह मंडप परिसर में मौजूद रहें। राजभोग आरती जैसे ही प्रक्रिया पूरी हुई तो भक्तों को दर्शन फिर से मिलने लगे। 6:00 बजे तक भक्तों के दर्शन की प्रक्रिया जारी रही। संध्या आरती हुई भोग लगाया गया जिससे दर्शन थोड़ी देर के लिए रुके। फिर इसके बाद दर्शन की प्रक्रिया जारी हुई और रात 10:00 बजे ही रुकी। सुबह से लेकर रात तक दर्शन देते रहें रामलला फिर अपने शयन के लिए चले गए।
भक्तों को मिला इलायची का प्रसाद
प्रभु राम के भक्तों को प्रसाद के रूप में इलायची और दान दिया गया, जिसको भक्त लोग संभाल कर अपने घर ले गए। पुराने मंदिर में भी इलायची का दान दिया जाता था। तीसरे दिन राम लाल के दर्शन की प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित और व्यवस्थित हो चुकी है, प्रभु राम का दर्शन करके श्रद्धालु धन्य हो गए हैं। अब हर एक भक्त अच्छे से दर्शन करके जा रहा है।