झारखंड : पूर्व सीएम सोरेन की गिरफ्तारी के चलते आदिवासी संगठनों का विरोध प्रदर्शन, झारखंड बंद का ऐलान
लगभग 20 संगठन इसमें जुड़कर प्रदेश बंद करने का ऐलान किया है। प्रवर्तन निदेशालय का सहयोग करने के बाद भी उनको गिरफ्तार किया गया। हम इसका विरोध कर रहे हैं। इस बंद विरोध में स्कूलों को बाहर रखा गया है।


झारखंड (रांची). पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके कारण बृहस्पतिवार को कई आदिवासी संगठनों ने प्रदेश बंद करने का ऐलान कर दिया है। वहां की सरना केंद्रीय समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने बताया कि लगभग 20 संगठन इसमें जुड़कर प्रदेश बंद करने का ऐलान किया है। प्रवर्तन निदेशालय का सहयोग करने के बाद भी उनको गिरफ्तार किया गया। हम इसका विरोध कर रहे हैं। इस बंद विरोध में स्कूलों को बाहर रखा गया है।
आदिवासी संगठनों ने प्रदेश बंद करने का किया ऐलान
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके कारण बृहस्पतिवार को कई आदिवासी संगठनों ने प्रदेश बंद करने का ऐलान कर दिया है। वहां की सरना केंद्रीय समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने बताया कि लगभग 20 संगठन इसमें जुड़कर प्रदेश बंद करने का ऐलान किया है। तिर्की ने बताया कि आपातकालीन सेवाएं और स्कूल को हम परेशान नहीं करेंगे। परिवर्तन निदेशालय ने सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने जमीन घोटाले से संबंधित मनी लांड्री का आरोप लगाया है। 7 घंटे तक पूछताछ करने के बाद भी उनको गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी होने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा भी दे दिया।
हेमंत सोरेन के खिलाफ दो अलग तरह के मामले दर्ज
हेमंत सोरेन के खिलाफ दो अलग-अलग तरह के मामले दर्ज है। पहला मामला यह है कि अवैध खनन लीज पट्टे से, जबकि दूसरा मामला अवैध जमीन घोटाले से जुड़ा हुआ है। हेमंत सोरेन पर एक मामला पद के दुरुपयोग करने का भी चल रहा है। परिवर्तन निदेशालय उनको किसी भी समय गिरफ्तार कर सकता है, जिसकी रिपोर्ट चुनाव आयोग राज्यपाल को सौंप जा चुका है।
मुख्यमंत्री को प्रवर्तन निदेशालय ने भेजा 10 समन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पहला समन प्रवर्तन निदेशालय की ओर से 8 जुलाई को दिया गया था, जिसमें उनको 14 अगस्त को पेश होने के लिए बताया गया था। इसी तरह समय-समय पर उन्हें जारी किए गए और पेश होने के लिए कहा गया था। हेमंत सोरेन पेश नहीं हुए, जांच एजेंसी ने खुद ही आकर उनसे पूछताछ की। आठवां सामान 13 जनवरी को भेजा गया, जिसमें पहली बार हेमंत सोरेन से पूछताछ की गई। दसवां सामान 27 जनवरी को भेजा गया था, जिसमें उनका 29 जनवरी से 31 जनवरी के बीच में पेश होने के लिए कहा गया था।
