लोकसभा चुनाव 2024 : बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने ही गढ़ अंबेडकर नगर में नहीं किया प्रचार
लखनऊ (उत्तर प्रदेश). राजनीति का हिस्सा भी अजब गजब का होता है। कभी लगाव बना रहता है, तो कभी लगाव हट जाता है। अंबेडकर नगर और बसपा के संबंधों में भी कुछ ऐसा ही हो गया है। लगभग तीन दशक की राजनीति में यह पहला ऐसा मौका आया हुआ है, जब बसपा की प्रमुख मायावती ने पार्टी के गढ़ में रहें अंबेडकर नगर से अभी दूरी बना ली है। यहां पर वे चुनाव प्रचार करने के लिए पहुंच भी नहीं पाई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दो सभाएं अपेक्षित की गई थी, लेकिन आचार संहिता के फेर में भी उनका दौरा नहीं हो पाया है। प्रचार खत्म होने के आखिरी दिन 23 मई को गृहमंत्री अमित शाह की सभा आयोजित हो रही है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने ही गढ़ अंबेडकर नगर में नहीं किया प्रचार
1995 में बसपा की सुप्रीमो मायावती ने ही मुख्यमंत्री के रूप में अंबेडकर नगर नाम से नए जनपद की आधारशिला रखी थी। उसके बाद लोकसभा और विधानसभा चुनाव में धमाकेदार प्रदर्शन जारी रहा। मायावती ने खुद यहां की चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी। यहां पर दो-दो रैली आयोजित करती थी। इस बार भी उम्मीद थी, पर ऐसा नहीं हो पाया है।