प्राण-प्रतिष्ठा समारोह : यूपी इतिहास रचने के लिए तैयार
अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए स्वर्ण मंडित आधार तैयार की गई है

अयोध्या (उत्तर प्रदेश). 22 जनवरी के दिन अयोध्या धाम में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह कार्यक्रम के लिए यूपी इतिहास रचना के लिए तैयार हो रहा है। भगवान राम अयोध्या में बना रहे नए मंदिर में विराजमान होकर भक्तों को जल्द ही दर्शन देने वाले हैं। आज शनिवार का दिन रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का पांचवा दिन शुरू हो गया है।
अब 22 के बाद हो पाएंगे दर्शन
आज से रामलाल के दर्शन नहीं हो पाएंगे 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह कार्यक्रम होने के पश्चात ही मंदिर में सभी लोग दर्शन कर पाएंगे। रामलाल को नए राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान किया जाएगा। इसके लिए स्वर्ण मंडित बनाया जा रहा है।
अमृत महोत्सव लेजर शो का किया गया आयोजन
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार और काशी के उद्यमी सूर्यकांत चालान भी होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में यजमान की भूमिका में शामिल होने के लिए उपस्थित रहेंगे। और एक यजमान विहिप के अध्यक्ष डॉ आर एन सिंह जी शुक्रवार शाम तक ही अयोध्या में पहुंच गए थे। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के होने से पहले एक अन्य अमृत महोत्सव लेजर शो का आयोजन किया गया है।
आज पहुंचेंगे 1 लाख लड्डू
कल शुक्रवार को चौथे दिन सुबह के 9:00 बजे के टाइम में वैदिक मित्रों के उच्चारण के साथ विद विधान से अग्नि देव को प्रकट करने की अनुष्ठान प्रक्रिया शुरू की गई है। इस विधि में शमी और पीपल की लकड़ी के घर्षण करने से आग को प्रकट किया जाता है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तिरुमाला देवस्थानम ट्रस्ट की ओर से 1 लाख लड्डू के प्रसाद का वितरण होगा। आज यह प्रसाद तिरुपति से आकर अयोध्या हवाई अड्डे पर विशेष विमान से उतरेगा।
प्रज्वलन प्रक्रिया कल हुई थी शुरू
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए शुक्रवार की शाम के ही समय से दशरथ दीप प्रज्वलन शुरू कर दिया गया है। इस दीप प्रज्वलित प्रक्रिया की परिधि 300 फिट है। इसमें 21000 लीटर तेल के साथ सवा कुंटल के रूई की बाती का उपयोग किया गया है। इसी अवसर पर काशी के सुमेरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी और नरेंद्रानंद सरस्वती सहित अधिक संख्या में संत और श्रद्धालु शामिल रहें।
आज होंगे पांच अधिवास शुरू
राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जो मूर्ति है उसकी आंखें अभी तो ढकी हुई है 22 जनवरी के दिन ही उसे खोला जाएगा। इस समय रामलाल मेवा का ही भोग करेंगे। 22 जनवरी के समारोह के दिन उनका 56 भोग तैयार कर उन्हें भोग लगाया जाएगा। आज रामलाल लकड़ी वाले मंदिर से नए मंदिर में प्रवेश करेंगे। जिसके लिए जगह पहले से ही बना दी गई है। आज 81 कलशों के जल से मंदिर को शुद्ध और पवित्र किया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आज पांचवे दिन में नित्य पूजन, हवन, पारायण के साथ पांच अधिवास भी शुरू किए जाएंगे। शक्कर फल प्रसाद पिंड और पुष्प में राम भगवान को रखा जाएगा।