कैबिनेट : 85000 करोड़ की कोयला गैसीकरण परियोजना को मिली मंजूरी
सरकार 2030 तक 100 मिलियन टन कोयले को गैसीकरण करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
नई दिल्ली (भारत). केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कोयला गैसीकरण परियोजना के लिए 85000 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए हैं। आज यह निर्णय लिया गया है। इस परियोजना से भारत में गैसीकरण प्रौद्योगिकी को अपनाने से प्राकृतिक गैस, मेथेनॉल, अमोनिया और अन्य आवश्यक उत्पादों के आयात पर देश आत्निमर्भर बन जाएगा।
100 मिलियन टन कोयले को गैसीकृत करने का लक्ष्य
सूत्रों की जानकारी के अनुसार, गैसीकरण परियोजना के लिए 50000 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन मंजूरी दे दी गई है। 2030 तक 100 मिलियन टन कोयले को गैसीकृत करने के लिए लक्ष्य रखा गया है।
कोयला परिस्थितियों में होता है ऑक्सीकृत
इस गैसीकरण की प्रक्रिया में कोयले को आंशिक रूप से हवा ऑक्सीजन बाप या कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा नियंत्रित कर परिस्थितियों में ऑक्सीकृत होता है।सिनगैस या संश्लेषण गैस का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए और मेथेनॉल गैस का उपयोग बनाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।