अमेरिका (वाशिंगटन). वाराणसी की अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाना में हिंदू पक्ष समुदाय को पूजा करने का अधिकार मिल गया है। अमेरिकी हिन्दू संगठन ने इस बात पर खुशी जताई है। अमेरिका के विश्व हिंदू परिषद ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने यह बताया कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है। विश्व हिंदू परिषद ने अमेरिका माननीय अदालत के फैसले की बहुत तारीफ की है। इस ऐतिहासिक फैसले के द्वारा 1993 में हिंदुओं से छिन गया अधिकार वापस मिल गया है।
अमेरिकी विश्व हिंदू परिषद ने कोर्ट की प्रशंसा की
विश्व हिंदू परिषद ने यह बताया कि मामला जमीन के विवाद का है, किसी अल्पसंख्यक समूह से संघर्ष का विषय नहीं है। हिंदू पक्ष द्वारा पेश किए गए सबूत के आधार पर कोर्ट ने इस फैसले को न्याय सिद्धांतों के अनुसार सुनाया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा की गई जांच तथ्यों में यह पता चला कि ज्ञानवापी मस्जिद एक हिंदू मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। अमेरिका की विश्व हिंदू परिषद ने कोर्ट के इस फैसले की बहुत सराहना की है।
अमेरिकी मुस्लिम संगठन ने साधा निशाना
अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने कोर्ट के फैसले पर यह प्रतिक्रिया देते हुए आलोचना की है। उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास और सभ्यता को मिटाने की यह एक चाल है। हम इसके खिलाफ हैं हम धर्म की राजनीति के भी खिलाफ हैं। कोर्ट के द्वारा किया गया यह फैसला भारत के अंदर 20 करोड़ मुसलमानों के अधिकारों पर एक और हमला किया गया है।