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अयोध्या : प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पूजा-अनुष्ठानों की ये हो रहीं कार्यविधियां

राम मंदिर में आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, सभी तैयारियां को पूरा कर लिया गया है, 114 प्रकार की औषधीय जड़ी बूटियां से निर्मित जल से उनका 1000 छिद्र वाले कलश से स्नान कराया गया है,

Ayodhya: These are the rituals being performed before consecration of life.

अयोध्या (उत्तर प्रदेश). आज 22 जनवरी है और आज ही के दिन अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा की सारी तैयारी को पूरा कर लिया गया है। पूरी अयोध्या नगरी आध्यात्मिक रंग से सज गई है। पूरे मंदिर परिसर की छवि बहुत ही सुंदर दिखाई पड़ रही है।

10 बजे शुरू हुआ मंगल-ध्वनि कार्यक्रम

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कम से कम विधि अनुष्ठान रखे गए हैं। अयोध्या क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, प्रातः काल से ही प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 10:00 बजे मंगल-ध्वनि शुरू हो गया है। भिन्न-भिन्न राज्यों से 50 से भी अधिक इस तरह के वाद्य यंत्रों का मनोरंजन किया जाएगा। यह लगभग 2 घंटे तक कार्यक्रम चलेगा।

114 प्रकार कलशों के जल से मूर्ति का हुआ स्नान

प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले मंदिर परिसर में अनुष्ठानों की झलकियां हुई हैं। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में स्थापित देवताओं के लिए दैनिक पूजन, हवन, पारायण अधिकार हुए हैं। 114 कलशों के जल से मूर्ति का स्नान कराया गया है। महा पूजा उत्सव मूर्ति की प्रसाद परिक्रमा शैय्याधिनास, तत्वन्यास, महान्यास आदि न्यास, शांति -पौष्टिक और हम व्याह्रति होम रात्रि जागरण, सायं पूजन और आरती सभी चीज की गई हैं।

Ayodhya: These are the rituals being performed before consecration of life.

सभी देवताओं को किया गया आमंत्रित

मध्वाधिवास की प्रक्रिया पूरी कर दी गई है उनका कई प्रकार की मिठाइयों से अधिवास कराया गया है। पुत्रदा एकादशी पर वैदिक मित्रों से ब्रह्मांड के सभी देवी देवताओं को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है।

सभी देवताओं का हुआ आगमन

काजू, बादाम, पिस्ता, केसर समेत कई प्रकार की मिठाइयों से उनका अधिवास कराया गया है। सभी देवताओं का ऐलान भी किया गया है। इस समय ऐसा कहा जा सकता है कि सभी देवताओं का आगमन अयोध्या में हो गया है। 1000 छिद्र वाले कलश में 114 प्रकार के कलश जल से जड़ी बूटियां वाले औषधि जल से उनको स्नान कराया गया है। नवरत्न, पंचरत्न, पुष्प, धूप, नैवेद्य समेत 108 प्रकार की जड़ी बूटियां से यह जल बना है, जिससे रामलला का अभिषेक किया गया है

आज नए मंदिर में होंगे रामलला विराजमान

बीती हुई रात को रामलला विराजमान किए गए हैं चारों भाइयों को पुजारी मंदिर में सुलाने के लिए ले गए हैं आज उनका नए मंदिर में विराजमान होगा।

Ayodhya: These are the rituals being performed before consecration of life.
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